आचार्यश्री कुंथुसागरजी त्रि-दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय हीरक महोत्सव

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आचार्यश्री कुंथुसागरजी त्रि-दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय हीरक महोत्सव
सान्ध्य महालक्ष्मी / 18 दिसंबर 2020
औरंगाबाद। गणाधिपति गणधराचार्य भारत गौरव आचार्यश्री कुंथुसागरजी गुरुदेव के तीन दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय हीरक महोत्सव का आयोजन 30, 31 दिसंबर, 1 जनवरी को किया जा रहा है।
आचार्यश्री कुंथुसागरजी के शिष्य आचार्यश्री कनकनंदीजी गुरुदेव, आचार्यश्री पदमनंदीजी गुरुदेव, सारस्वतचार्य देवनंदीजी गुरुदेव, युवाचार्य राष्ट्रसंत गुणधरनंदीजी गुरुदेव, प्रज्ञायोगी आचार्यश्री गुप्तिनंदीजी गुरुदेव के सान्निध्य और मार्गदर्शन में वर्चुअल किया जायेगा। कार्यक्रम की तैयारी के लिए वर्चुअल सभा का आयोजन किया गया था। उपस्थित आचार्य, भक्तों ने महोत्सव सुनियोजित करने के लिए महत्वपूर्ण सुझाव दिए।
सारस्वतचार्य देवनंदीजी गुरुदेव ने सभा में कहा महापुरुषों का जन्म लोक कल्याण के साथ अपने कल्याण के लिए होता है। वर्तमान श्रमण परंपरा के आचार्य कुंथुसागरजी हैं, जैन परंपरा के वरिष्ठ आचार्य हैं। इस अंतर्राष्ट्रीय हीरक महोत्सव में देश के दिगंबर जैन संत, श्वेतांबर जैन संत, हिंदू संस्कृति के संत, बौद्ध धर्म के संत, शिख समाज के संत, मुस्लिम संत के उपस्थिती में गुरु का गुणगान, सर्वधर्म साधुओं का संमेलन होगा। हमारे देश के शीर्षस्थ नेता, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री को भी इस कार्यक्रम से जोड़ेंगे, यह महोत्सव वर्षभर चलेगा। 75 महिला मंडल के माध्यम से कार्यक्रम का आयोजन हो रहा है। 75 विद्वान, 75 संघपति, समाज के विभिन्न संस्थाओं के 75 समाजसेवियों सम्मान होगा। देश की सभी धमार्दाय संस्था को जोड़ने के प्रयास जारी है। सभी भक्तों को गुरुभक्ति में शामिल होना है।
युवाचार्य गुणधरनंदीजी गुरुदेव ने मार्गदर्शन में कहा महिलाएं अपने-अपने घर में ही आचार्य कुंथुसागर विधान करें। 75 महिला मंडल द्वारा आयोजन करना है। पूजा, भाषण, गरबा, रंगोली, नृत्य अलग-अलग कला प्रस्तुत करनी है। 2020 को विदाई देनी है और आनेवाला 2021 अच्छा हो ऐसी प्रार्थना करनी है। श्री श्री श्री रविशंकर, रामदेवबाबा, शिवमुनि, लोकेश मुनि, मुनि ललितप्रभ, मुनि चंद्रप्रभ इस आयोजन में शामिल होने वाले हैं। 31 जनवरी को शाम 7 बजे से संगीत कार्यक्रम, कवि सम्मेलन और महामंत्र णमोकार से 2020 को विदाई देंगे।