कोरोना काल में एक छोटी-सी समाज ने पहली बार किसी साधु का चातुर्मास करवाने का मन बनाया और उसे सफलता पूर्वक संपन्न करवाकर इतिहास बना दिया

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रानी बाग में अभूतपूर्व प्रभावना के साथ संपन्न हुआ चातुर्मास
गुरुभक्त समीर जैन परिवार को मिली पिच्छी व मुख्य कलश

प्रशममूर्ति आचार्य श्री 108 शान्तिसागर जी महाराज (छाणी) परंपरा के प्रमुख संत परम पूज्य आचार्य श्री 108 अतिवीर जी मुनिराज का 16वां मंगल चातुर्मास 2021 राजधानी दिल्ली की धर्मनगरी रोहिणी-पीतमपुरा क्षेत्र के प्रथम जिनालय श्री शान्तिनाथ दिगम्बर जैन मन्दिर, रानी बाग में व्यापक धर्मप्रभावना के साथ सानंद संपन्न हुआ| चातुर्मास कलश निष्ठापन एवं पिच्छी परिवर्तन समारोह का भव्य आयोजन दिनांक 21 नवम्बर 2021 को किया गया जिसमें पं. श्री अरविन्द जैन शास्त्री (रोहिणी) के निर्देशन में समस्त मांगलिक क्रियाएं विधि-विधान पूर्वक संपन्न हुईं| कार्यक्रम का शुभारम्भ श्री ज्ञानचंद जैन (अध्यक्ष) द्वारा ध्वजारोहण से हुआ जिसके पश्चात् मंगलाचरण हुआ| श्रीमती महिन्द्रा जैन सपरिवार (राजा पार्क) द्वारा चित्र अनावरण तथा श्रीमती मंजू जैन (सरस्वती विहार) द्वारा दीप प्रज्जवलन किया गया| सौभाग्यशाली परिवारों द्वारा जिनवाणी विराजमान, आचार्य श्री के कर-कमलों में शास्त्र भेंट तथा आचार्य श्री का पाद-प्रक्षालन किया गया| कार्यकारिणी समिति द्वारा विभिन्न समाजों से पधारे हुए गणमान्य महानुभावों का अभिनन्दन किया गया तथा चातुर्मास को सफल बनाने में सहयोग करने वाले समाज के विशिष्ट महानुभावों का सम्मान किया गया|

पूज्य आचार्य श्री ने समस्त समाज को अपना मंगल आशीर्वाद प्रदान करते हुए कहा कि कोरोना काल में एक छोटी-सी समाज ने पहली बार किसी साधु का चातुर्मास करवाने का मन बनाया और फिर उसे सफलता पूर्वक संपन्न करवाकर एक नया इतिहास बना दिया है| समाज के हर वर्ग के व्यक्ति ने साधु की चर्या को निर्विघ्न सम्पूर्ण करवाने में अपना बहुमूल्य सहयोग प्रदान किया| आचार्य श्री ने आगे कहा कि रानी बाग जैन समाज अब भविष्य में भी इसी प्रकार साधुओं के आहार-विहार-निहार आदि की सुचारु व्यवस्था करने में तत्परता के साथ सम्मिलित रहे और नगर में साधुओं के निरंतर आगमन को सुनिश्चित करे| चातुर्मास काल में अपने द्वारा हुई किसी भी प्रकार की भूलों के लिए समस्त रानी बाग जैन समाज ने पूज्य आचार्य श्री से क्षमायाचना की तथा इतनी छोटी समाज को चातुर्मास प्रदान कर कृतार्थ करने हेतु आभार प्रगट किया| कार्यक्रम के मध्यस्थ समाज के बच्चों द्वारा मनमोहक सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किये गए जिसे उपस्थित जनसमुदाय ने करतल ध्वनि से खूब सराहा|

इस अवसर पर पूज्य आचार्य श्री का पिच्छी परिवर्तन समारोह भी आयोजित किया गया| आचार्य श्री के कर-कमलों में नवीन मयूर पिच्छिका भेंट करने का परम सौभाग्य सकल रानी बाग जैन समाज को संयुक्त रूप से प्राप्त हुआ| आचार्य श्री ने अपनी पुरानी पिच्छी श्रीमती भानु जैन (एम. पी. एन्क्लेव) सपरिवार को प्रदान कर धन्य किया| तत्पश्चात मुख्य चातुर्मास मंगल कलश हेतु लक्की ड्रा निकाला गया जिसमें अद्भुत संयोग से एक स्तब्धकारी घटना घटी| समस्त सभागार जयकारों से गुंजायमान हो गया जब आचार्य पद प्रतिष्ठापन के पश्चात् प्रथम चातुर्मास का मुख्य कलश भी पिच्छी प्राप्तकर्ता परिवार में ही श्री वरुण जैन (एम. पी. एन्क्लेव) को प्राप्त हुआ| यहाँ विशेष रूप से उल्लेखनीय है कि पूज्य आचार्य श्री की पिच्छी तथा मुख्य कलश परम गुरुभक्त श्री समीर जैन के परिवार को प्राप्त हुए| उपस्थित जनसमुदाय ने परिवार के महासौभाग्य की सराहना करते हुए खूब-खूब अनुमोदना की| कार्यक्रम के अंत में आचार्य श्री के कर-कमलों द्वारा चातुर्मास में विराजित अन्य मंगलकारी कलश भी सौभाग्यशाली परिवारों को प्रदान किये गए|

– समीर जैन, प्रचार मंत्री (रानी बाग)