अढ़ाई द्वीप मनुष्य लोक के जम्बूद्वीप के भरत क्षेत्र के आगामी 24 तीर्थंकर में जिनसे हम परिचित हैं
1राजा श्रेणिक
प्रथम तीर्थंकर महापद्म नाम के होंगे।
भगवान महावीर स्वामी के समवशरण में मुख्य श्रोता थे 30 वर्ष में 60,000 प्रश्न किए थे।
अभी वर्तमान में पहले नर्क में 84,000 वर्ष की आयु लेकर हैं।
2 श्रीकृष्णजी
सोलहवें तीर्थंकर होंगे।
बाइसवें तीर्थंकर श्री नेमिनाथ जी के चाचा वासुदेव जी के पुत्र थे।
3 दीपायन मुनि
19 या 20 वे तीर्थंकर बनेंगे।
अभी अग्निकुमार जाति के देव हैं।
दीपायन मुनि ने 33 सागर की देवायु का बंध किया था,
यदि अशुभ तेजस शरीर नही निकला होता तो 12 वे स्वर्ग जाते ,किन्तु अशुभ तेजस शरीर से द्वारका जलाने के कारण अग्निकुमार जाति के देव बने। क्योकि एक बार जिस गति का बंध हुआ हो वह छूट नही सकता है।
4 सात्यकि रूद्र
24 वे तीर्थंकर बनेंगे।
इन्होंने ही उज्जैनी के शमशान में ध्यान कर रहे भगवान मुनिराज महावीर स्वामी जी पर उपसर्ग किया था।
– नन्दन जैन