आज गुरुवार दोपहर से सोशल मीडिया पर कुछ पोस्ट चल रही है जिसमें बताया जा रहा है कि शिखरजी में बादल फटने से जगह-जगह पानी भर गया है और कई धर्मशालाओं की स्थिति ऐसी है और 3 दिन के लिए लोगों को आने की मनाही कर दी गई है। इस बारे में स्पष्ट कर दें कि ऐसी कोई घटना नहीं है ।
बंगाल की खाड़ी से उठा गुलाबी चक्रवात , झारखंड के क्षेत्रों में फैल गया है, जिससे वहां पर 3 दिन भारी बारिश की घोषणा की गई थी और आज दूसरा दिन रहा। कल भी संभव है बारिश रहेगी, लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि वहां पर बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गई है । यह बात ठीक है एक धर्मशाला में पानी कल शाम को भर गया था और उसका कारण भी है कि ऊपर पारसनाथ पर्वत पर काफी पानी आने से वह नाला जो गुणायतन और जैन म्यूजियम के पीछे से गुजरता है, वह ओवरफ्लो हो गया और पीछे बना तारण भवन जिसमें पानी निकासी की अच्छी व्यवस्था नहीं है , उस धर्मशाला में पानी जरूर भर गया था ।
परंतु अन्य किसी धर्मशाला में या पूरे शिखर जी भरा, ऐसा कहीं भी नहीं हुआ। इसलिए सभी बंधु स्पष्ट ध्यान दें कि शिखरजी में कोई बादल नहीं फटा है और ना ही कहीं पर पानी इकट्ठा हुआ है। इतना जरूर है कि ऊपर तेज हवाएं चलने के कारण आज लोगों को हिदायत दी थी कि वंदना ना करें क्योंकि तेज बारिश में तेज हवा से सुरक्षित रहा जा सके । चैनल महालक्ष्मी इस बात की पुष्टि करता है कि वहां पर सब कुछ ठीक है।