दिल्ली से महज 95 किमी दूर हस्तिनापुर में 16वें तीर्थंकर की भांति 17वें तीर्थंकर श्री कुंथुनाथ जी सर्वार्थ सिद्धि विमान में आयु पूर्ण कर तत्कालीन महाराजा श्री शूरसेन जी की महारानी श्रीकांता जी के गर्भ में श्रावण कृष्ण दशमी, जो 03 अगस्त को इस वर्ष है, आये।
हस्तिनापुर में आपके चार- गर्भ, जन्म, तप व ज्ञान कल्याणक हुए। 95 हजार वर्ष उम्र और कद 200 फुट था। छठे चक्रवर्ती व 13वें कामदेव थे आप। गर्भ में आने से 6 माह पूर्व ही सौधर्मेन्द्र की आज्ञा से कुबेर ने दिन में सुबह-दोपहर-शाम साढ़े-साढ़े तीन करोड़ रत्नों की वर्षा शुरू कर दी थी। बोलिये, तीर्थंकर श्री कुंथुनाथ जी के गर्भ कल्याणक दिवस की जय-जय-जय।