21 जुलाई से 557 दिन की मोन साधना करने जा रहे अन्तर्मना आचार्य श्री प्रसन्न सागर जी, जिसमें 496 उपवास और 61 दिन आहार

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सम्मेदशिखर जी, तपस्वी मोन पूर्वक सिंहनिष्कडित व्रत करने वाले अन्तर्मना प्रातः स्मरणीय आचार्य श्री 108 परम पूज्य प्रसन्न सागर जी महाराज का 557 दिनों की मौन साधना करने जा रहे हैं आचार्य श्री ससंघ तीर्थराज सम्मेदशिखर जी के बीसपंथी कोठी में विराजमान है

मुनि श्री पीयूष सागर जी आचार्य श्री के बारे में बताया
मुनि श्री 108 पीयूष सागर जी महाराज ने बताया कि आचार्य श्री ने षठ रस त्यागी आचार्य श्री 108 संभव सागर जी महाराज से यह व्रत ग्रहण कर 21 जुलाई से गुरुदेव का मौन साधना प्रारंभ करेंगे जो जो 23 जनवरी 2023 लगभग 19 माह तक रहेगा। जिसमें आचार्य श्री 496 उपवास और 61 दिन आहार ग्रहण करेंगे अभी भी आचार्य श्री 108 प्रसन्न सागर जी महाराज आज से कई वर्षों से प्रतिदिन एक आहार और एक उपवास कर रहे हैं। इसी बीच अगर अष्टमी चौदस होती है तो आचार्य श्री का 2 दिन का उपवास के बाद आहार ग्रहण करते है। इसी क्रम में आचार्य श्री हजारों किलोमीटर यात्रा कर सम्मेद शिखर जी पधारे।

आचार्य श्री में वात्सल्यता है: मुनि श्री
मुनि श्री ने कहा आचार्य श्री में वात्सल्यता इतनी भरी है कि जो भी भक्त गुरु का दर्शन करता है वह गुरु का हो जाता है। जानकारी देते हुए राजकुमार अजमेरा नवीन जैन ने बताया गुरुवर का चतुर्मास कलश स्थापना 23 जुलाई को होगी। इसी क्रम में महा मौन साधना के पूर्व प्रतिदिन गुरु के दर्शन के लिए अच्छी संख्या में गुरु भक्त पधार रहे हैं।
संकलन अभिषेक जैन लुहाडिया रामगंजमडी