सर्वाधिक दीक्षा प्रदात्री गणिनी आर्यिका 105 विशुद्वमति माताजी की ज्येष्ठ शिष्या गणिनी आर्यिका 105 विशिष्टमती माताजी संघ मंगल आगमन दूनी नगर में हुआ जहां समाजजनों ने पलक फावड़े बिछाकर अभूतपूर्व आगवानी की सम्पूर्ण नगर तोरण द्वार व ध्वज पताका से अटा हुआ था। चारो और जय जयकार की गूंज सुनाई पढ रही थी। सभी भक्ति नृत्य कर रहे थे। सचमुच दूनी नगर भक्ति से सराबोर था।
इसी कड़ी में बेंड बाजो व भव्य शोभायात्रा के साथ नगर के प्रमुख मार्गों से होते हुए आर्यिका संघ को जिनमंदिर लाया गया जगह जगह भक्तो ने चरण पखार व मंगल आरती कर आर्यिका संघ की अभूतपूर्व आगवानी की।
संकलन अभिषेक जैन लुहाडिया रामगंजमंडी