तीर्थंकर श्री विमलनाथ जी का गर्भकल्याणक : भगवान विमलनाथ की अतिशय कारी प्रतिमा – दिन में तीन बार रंग बदलती है

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2007

देवाधिदेव 1008 श्री विमलनाथ भगवान के गर्भ कल्याणक के शुभ अवसर पर दर्शन कीजिए कम्पिल जी

उ. प्र. के फर्रूखाबाद जिले की एक तहसील है कायमगंज, यहां से आठ किलोमीटर की दूरी पर कम्पिलाजी।

वैसे कम्पिलाजी का प्राचीन नाम कांपिल्य है। यहां 13वें तीर्थंकर श्री विमलनाथ भगवान के चार कल्याणक गर्भ, जन्म, तप और ज्ञान कल्याणक हुए हैं।

यह राजा द्रुपद की राजधानी थी। यही पर द्रोपदी का स्वयंवर हुआ था। हरिषेण चक्रवर्ती ने यहां पर जैन रथ यात्रा निकाली थी और धर्म प्रभावना की थी।

एक बार यहां पर श्री महावीर भगवान का समवशरण भी आया था।

बस्ती के बीचों-बीच एक प्राचीन जैन मंदिर लगभग 492 ईस्वी पूर्व का बना हुआ जरूर है।

इस मंदिर जी में मूलनायक प्रतिमा श्री विमलनाथ भगवान के अलावा अन्य प्रतिमाऐं भी है।

भगवान विमलनाथ की प्रतिमा अतिशय कारी है। ये दिन में तीन बार रंग बदलती है।

पहुंच मार्ग –
आगरा से कम्पिलाजी – 187 Km.
शौरीपुर बटेश्वर से कम्पिलाजी – 130 Km.
अहिक्षैत्र पार्श्वनाथजी (रामनगर) से कम्पिलाजी – 109 Km.

संपर्क सूत्र : 9149379003, 8896073794

– सचिन जैन, बड़ौत