सबके वंदनीय संत शिरोमणि आचार्य श्री विद्यासागरजी को फिल्म एक्टर बताने का दोषी कौन?

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दुनिया में वर्तमान में कठोरतम तप-त्याग-तपस्या में किसी भी संत का नाम लिया जाये तो एक ही नाम सबके जहन में आता है, चाहे वे जैन हो, हिन्दु, सिख या मुसलमान सभी करते हैं उनको सादर प्रणाम और देख भी रहे हैं, वे हैं संत शिरोमणि आचार्य श्री विद्यासागरजी। पर बुधवार 05 मई शाम से वर्तमान के श्रेष्ठतम संत को संत नहीं, फिल्म एक्टर का दर्जा दे दिया गूगल बाबा ने।

चैनल महालक्ष्मी ने बुधवार को लगभग 5 बजे जब गूगल पर आचार्य विद्यासागर लिखा तो नीचे आया फिल्म एक्टर, आंखों को सहसा विश्वास नहीं हुआ, और आगे बढ़े तो पता चला कि विद्यासागर डाट नेट की ओर संकेत कर रहा है। तब से रविवार तक, मिली जानकारी के अनुसार 200 से ज्यादा लोगों ने गूगल पर रिपोर्ट किया और रविवार देर शाम तक हट भी गया, उस साइट पर से। पर अभी गूगल सर्च इंजन पर आचार्य विद्यासागर लिखते ही यही दर्शा रहा है, यह स्क्रीन शॉट उसी समय लिया गया।

क्या गूगल बदमाशी कर रहा है, ऐसा आपमें से कई लोगों के जहन में आएगा। पर गूगल एक सर्च इंजन है, यह स्वयं कुछ नहीं करता, न ही गूगल का प्रबन्धन इसका दोषी है, क्या यह किसी की काली करतूत, जो हमारे बीच में ही कोई है और एक नहीं, कुछ का ग्रुप जो अनाड़ी नहीं, खिलाड़ी बनकर छेड़छाड़ कर रहा है, अब जो यह कर रहा है, गूगल सॉफ्टवेयर इंजीनियरों से मिलकर उसका पर्दाफाश करना ही होगा। वर्ना यह शरारत की शुरूआत जो बाद में नासूर बन सकती है।

इसके लिये सान्ध्य महालक्ष्मी – चैनल महालक्ष्मी ने कुछ गूगल विशेषज्ञों से बातचीत की और विश्वास कीजिए, सबने कहा कि ऐसा तो उन्होंने कभी गूगल में नहीं सुना। हमने उन्हें सर्च करने को कहा और सभी ने पाया कि आचार्य श्री लिखते ही आचार्य विद्यासागर जी के बाद फिल्म एक्टर लिखा आ जाता है। तब एक गूगल विशेषज्ञ पारुल जैन के साथ मिलकर हमने ठान लिया कि हम इसकी जड़ तक जाएंगे, क्योंकि फीडबैक पर रिपोर्ट तो करने वाले सौ से ज्यादा हो गये, पर साफ्टवेयर की गलती की जड़ तक जाने का कोई प्रयास नहीं कर रहा। तब पता चला कि यह विद्योदय फिल्म का लिंक हो सकता है।

लगभग सौ साइटों को छह घंटे तक चैनल महालक्ष्मी की टीम ने छाना, एक-एक के अंदर जाकर शब्दों को पकड़ा, केवल एक जगह इसका कोई सबूत मिली तो वह था विद्योदय फिल्म।

जब विद्योदय पेज सर्च इंजन पर आता है तो वहां कॉस्ट में आचार्य विद्यासागर आता है, कास्ट यानि कलाकार जिसको सर्च इंजन संभवत: फिल्म एक्टर में डाल देता है। विद्या सर्च करने पर 8 फिल्म एक्टर और उनमें एक विद्यासागर। फिर कास्ट आॅफ विद्यादय से इसकी पुष्टि भी हो जाती है, जिसमें आचार्य विद्यासागरजी की कॉस्ट में दिखाया जा रहा है। यही वह जड़ है, जहां से संभवत: गूगल सर्च इंजन उठा रहा है।

हो सकता है, इससे जुड़े और भी लिंक हो, पर बात घूम कर वहीं आ जाती है कि इस विद्योदय की डिटेल अपलोड करने वाला कौन है? नाम बताने की आवश्यकता हमारे ही जैन समाज द्वारा इस तरह की गलती की जा रही है। एक गलती का खामियाजे से आज हम ही पूरी दुनिया में अपने वंदनीय संत के लिये गलत जानकारी के दोषी हैं।