चालीस वर्षों तक महासभा का नेतृत्व, देश विदेश में जैन पुरातत्व की खोज एवं उसे संरक्षित करने में सम्पूर्ण समर्पण – निर्मल सेठी का परलोक गमन

0
2314

श्रीमान निर्मल कुमार जी सेठी (जैन) राष्ट्रीय अध्यक्ष, दिगंबर जैन महासभा का 27 अप्रैल 2021 रात्रि परलोक गमन हो गया है।

अंतिम समय में उनके सुपुत्र श्री धर्मेंद्र कुमार सेठी (जैन) से णमोकार मंत्र सुनते-सुनते उनका देहावसान हुआ। श्री सेठी जी के सुपुत्र श्री धर्मेंद्र कुमार सेठी ने लगातार उनके साथ रहते हुए उनकी सेवा की और इस महामारी में भी पित्रृ भक्ति का अनुपम उदाहरण प्रस्तुत किया है।

जैन समाज ,तीर्थ एवं धर्म के सिरमोर थे , समाज के लिए अपूरणीय क्षति हे , चालीस वर्षों तक महासभा का नेतृत्व किया , देश विदेश में जैन पुरातत्व की खोज एवं उसे संरक्षित करने में सम्पूर्ण समर्पण भाव से अपनी सेवाए प्रदान की

श्री निर्मल जी सेठी दिगंबर जैन समाज के भीष्म पितामह थे। उन्होंने धर्म और समाज के हर क्षेत्र में हर विभाग में कार्य किया। भारत ही नहीं विदेशों में भी दिगंबर जैन को जोड़ें रखा मुनियों की सेवा हो या मुनियों की रक्षा हो उनका अवधान अग्रणी रहा तीर्थों की रक्षा के लिए अभूतपूर्व कार्य किया।

जिनवाणी के प्रचार प्रसार के साथ-साथ जिनवाणी के संरक्षण का कार्य किया। जैन छात्रों को स्कॉलरशिप दिलाते थे विद्वानों का सम्मान करवाते थे भारत के हर राज्य में महासभा के माध्यम से धर्म और समाजसेवा का कार्य किया। राजनीतिक चेतना मंच जैसे भी मंच भी बनाए जिसके माध्यम से राजनीति में भी जैनियों को लाने का प्रयास किया।

पिछले कुछ वर्षों से जैन पुरातत्व के संरक्षण में संवर्धन में लगे हुए थे और विदेशों में जैन धर्म के अवशेषों को खोजने का सार्थक प्रयास किया। जिन्होंने अपना सम्पूर्ण जीवन समाज को न्योछावर कर दिया। उनका सामाजिक ,साहित्यिक, आर्थिक ,धार्मिक अवदान सदियों तक जैन समाज याद रखेगा।

श्री निर्मल कुमार जी सेठी अध्यक्ष राष्ट्रीय दिगम्बर जैन महासभा के निधन के समाचार सुनकर समस्त जैन समाज मे शोक की लहर छा गई की एक ऐसा व्यक्तित्व जिसने अपना जीवन धर्म समाज व सन्तो की सेवा में सर्वस्व समर्पितं कर आने वाली पीढ़ी को यह प्रेरणा दी कि हमे जिओ ओर जीने दो में ही हमारे जीवन की यात्रा है आपने मन्दिरों के निर्माण व जीणोद्धार में अहम समर्पण से गावो व शहरों को जोड़कर समाज का संगठन बनाया जिस पर सन्तो का आशीर्वाद रहा जो दिगम्बर जैन महासभा जो आज बहुत से विकल्पों पर कार्य कर रही है जिसके पीछे आपका समर्पण त्याग व आशीर्वाद समाज के श्रावको पर है जो नित्य समाज के विकाश व कोरोना महामारी जैसी आपदा में हर सम्भव मदद की है

आपने सम्पूर्ण भारत में दिगम्बर परम्परा व विदेशो में दिगम्बर धर्म में आस्था को बढ़ाया जिससे आने वाली पीढ़ी दिगम्बर जैन होने पर गर्व महसूस करेंगी आपने समस्त समाज मे दिगम्बर जैन समाज को गौरान्वित किया उस पर सम्पूर्ण समाज नमन कर गर्व महसूस करती है दिगम्बर समाज का हर श्रावक अपनी सोच व भावना और दिल से वो सम्मान देती है जो कोई भी अंतराष्ट्रीय पुरुस्कार से कम नही हो आपकी सरलता व सोच व कार्यशैली हमेशा प्रेरणादायक रहेगी सम्पूर्ण दिगम्बर समाज नम आंखों से आपके पार्थविक शरीर को नमन कर आपकी आत्मा मोक्षगामी हो यही परमपिता परमात्मा से प्रार्थना कर आपके प्रति श्रद्धांजलि अर्पित करते है ।।

जिन धर्म और समाज का एक विशाल वट वृक्ष जिसके संरक्षण में न जाने कितनी ही संस्थायें जीवंत थीं आज देखते देखते ढह गया ।
समाज में हमने बहुत बड़े बड़े उद्योगपति देखे हैं लेकिन जैन दर्शन संस्कृति और पुरातत्त्व की गहरी समझ रखने वाला , उसकी अकादमिक पहचान को विश्व के कोने कोने तक पहुंचाने वाला एक ही महानायक था और वह थे सेठी जी ।

उनकी आत्मा शीघ्र ही कर्मों से मुक्त हो और परम विशुद्धि को प्राप्त हो इसी कामना के साथ

-चैनल महालक्ष्मी तथा सांध्य महालक्ष्मी परिवार