चमत्कारी मूर्ति को तोड़ने के लिए एक पैर के अंगूठे पर छेनी और हथौड़ा लगाया, तो वहां से दूध की बाढ़ आ गई

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दिगंबर जैन मंदिर केशोरायपाटन, राजस्थान में हरे रंग में मूलनायक श्री मुनिसुब्रत की मूर्ति एक भूमिगत तहखाने में स्थापित है। तहखाने 16 सुंदर नक्काशीदार स्तंभों पर खड़ा है, कला और वास्तुकला का एक अनूठा नायाब नमूना है। 13 वीं शताब्दी की 6 अन्य मूर्तियाँ भी यहाँ हैं। इस स्थान का वर्णन निरंकंद में मिलता है।

प्राचीन काल में यह शहर आश्रमपट्टन या आश्रमनगर के रूप में लोकप्रिय था। आतिश: जब मोहम्मद गौरी ने भारत पर आक्रमण किया, तो उसने इस मंदिर पर भी हमला किया और चमत्कारी मूर्ति को तोड़ने की कोशिश की। जब सैनिकों ने एक पैर के अंगूठे पर छेनी और हथौड़ा लगाया, तो वहां से दूध की बाढ़ आ गई। मूर्ति के शरीर पर हमले के निशान अभी भी दिखाई दे रहे हैं। Google मानचित्र मंदिर का सटीक स्थान दिखाता है।
श्री 1008 मुनिसुव्रतनाथ दिगम्बर जैन अतिशय क्षेत्र ,जैन मंदिर मार्ग, केशोरायपाटन, राजस्थान 323601