जैन इतिहास का सबसे दर्दनाक हादसा! मुआवज़ा देने में भी जैनों से अन्याय ॰ कहां हुई चूक, सुरक्षा में कोताही क्यों, क्या लिया सबक?

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॰ बड़ौत मानस्तम्भ में अभिषेक करते 65 फुट ऊंची मचान टूटी
॰ 8 की मृत्यु, 72 घायल, 5 की हालत गंभीर, 7 पुलिसकर्मी भी घायल
29 जनवरी 2025/ माघ कृष्ण अमावस /चैनल महालक्ष्मी और सांध्य महालक्ष्मी / शरद जैन /



89 दिन के अंतराल के बाद आता है मोक्ष कल्याणक और वह भी प्रथम तीर्थंकर श्री ऋषभनाथ जी का, माघ कृष्ण चतुर्दशी, जो इस बार 28 जनवरी को थी। पूरे देश में विशेष कार्यक्रम – महोत्सव होते रहे और उसी तरह बड़ौत के जैन हॉस्टल के मानस्तम्भ परिसर में भी 26वीं बार वहां पर बने 72 फुट ऊंचे मानस्तम्भ पर चतुर्मुखी तीर्थंकर आदिनाथ जी की प्रतिमाओं का अभिषेक हो रहा था, साथ में निर्वाण लाडू समर्पण।
हर बार की तरह 65 फुट ऊंची मचान बनाई गई और एक दिन पहले 27 जनवरी को उसी मचान पर चढ़कर शिखर को स्वर्णमयी किया गया, मंदिर के पुजारियों द्वारा मंजन किया गया। देर शाम रंगारंग कार्यक्रम रखा गया, जोर-शोर से सबने आनंदमय रूप से भाग लिया। तैयारियां समय पर पूरी हो गई।

अगले दिन 28 जनवरी को सुबह साढ़े सात के आसपास मानस्तम्भ पर अभिषेक और लाडू चढ़ाने की प्रक्रिया शुरू हुई। पांच फुट चौड़ी पैड़ी से चढ़ना बायी ओर से और उतरना दायीं ओर से तथा बीच में डिवाइडर से बांट दिया था। लगभग पौने आठ बजे लाडू चढ़ाने के कार्यक्रम को रोककर शांतिधारा शुरू कर दी गई। मचान पर चढ़ने वालों को उस समय नहीं रोका गया। एक तरफ लोग चढ़ते रहे, जिनमें महिलाओं की संख्या ज्यादा थी, दूसरी यानि दायीं तरफ उतरने वाला कोई नहीं था, क्योंकि लाडू चढ़ाना रोक दिया था।

इस घटनाक्रम में उसी मचान पर चढ़े और अभी अस्पताल में इलाज करा रहे मंयक जैन और अंकित जैन ने चैनल महालक्ष्मी को बताया कि एक तरफ वजन बढ़ने से मचान बायीं तरफ झुकती गई और 5-7 सेकेंड में भरभरा कर टूट गई और कोई संभल भी नहीं पाया और एक के ऊपर एक गिरते चले गये। सात की घटनास्थल पर ही दर्दनाक मृत्यु हो गई, जिनमें तीन महिलायें शामिल थीं। 70 से अधिक को विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कराया गया, जिनमें सात पुलिसकर्मी भी शामिल हैं। घटना की मजिस्ट्रेट जांच बैठा दी गई है, जिसकी सात दिनों में रिपोर्ट डीएम के पास जमा कर दी जाएगी।


आयोजकों में से एक अशोक जैन ने बताया कि यह हादसा होते ही समाज के लोग आगे आने लगे, मचान की पैड पर ही लेटाकर घायलों को अस्पताल पहुंचाया गया, खून की तुरंत व्यवस्था की गई। पुलिस ने ठेकेदार को गिरफ्तार कर लिया है। आयोजक ने बताया कि मचान उसी वसीम ने बनाई थी, जो पिछले तीन सालों से बना रहा था। डीएम, एसडीएम ने विभिन्न अस्पतालों में दौरा कर घायलों का हाल जाना। डीएम ने आश्वासन दिया कि इलाज का सारा खर्च प्रशासन देगा। पर मिली जानकारी के अनुसार घायलों या समाज वालों से पहले ही दिन अस्पतालों ने राशि ले ली थी।

प्रयागराज कुंभ – 25-25 लाख तथा यहां किसी भी प्रकार के मुआवजे की घोषणा नहीं
सरकार तथा प्रशासन द्वारा प्रयागराज में कुंभ हुई दुखद 30 लोगों की मृत्यु पर मृतकों के परिवार के लिये प्रत्येक को तुरंत 25 25 लाख रुपए मुआवजे की घोषणा कर दी और बड़ौत में हुई जैन समाज के 8 लोगों की दुखद मृत्यु और करीब 50 लोग घायल हैं उनके इलाज और मुआवजे की घोषणा अभी तक उत्तर प्रदेश सरकार ने नहीं की है, क्या बड़ौत के अंदर रहने वाले जैन समाज के लोग कोई वजूद नहीं रखते ? बड़ौत की कल दुखद घटना पर योगी जी ने तो दुख प्रकट किया था, बाकी भाजपा नेताओं ने खामोशी रख ली थी जबकि भारतवर्ष का जैन समाज करीब 25% राजस्व केंद्र सरकार को देता है और 90% जैन समाज भारतीय जनता पार्टी का समर्थक माना जाता है, पूरी बीजेपी पार्टी की बेरुखी जैन समाज को बहुत कुछ सोचने के लिए मजबूर कर देती है।

पूरी जानकारी चैनल महालक्ष्मी के एपिसोड नं. 3126, 3129 में देख सकते हैं।