16 जनवरी 2025/ माघ कृष्ण तृतीया/चैनल महालक्ष्मी और सांध्य महालक्ष्मी /
‘हम सबको अपने तीर्थों की सुरक्षा के लिए तन-मन-धन से पूरा सहयोग करना चाहिए। तन से मतलब वहां की यात्रा करके, मन से मतलब हर रोज उनका कुछ देर ध्यान करें और धन से मतलब वहां के जीर्णोद्धार के लिये दान करें, जैसा हमें बताया कि तीर्थक्षेत्र कमेटी को दिया दान 350 से ज्यादा तीर्थों के लिये लगता है, तो आप सब यहीं से उनकी घर-घर गुल्लक योजना में भाग लेकर पुण्य लाभ प्राप्त कर सकते हैं, ’ मुनि श्री शिवसागरजी के इन उद्गार से दिल्ली के जागृति एन्क्लेव समाज में भी तीर्थों की सुरक्षा के प्रति एक नई जागृति का मानो संचार कर दिया।
रविवार 05 जनवरी को मंदिरजी पिछले 8 माह से अभिषेक ग्रुप द्वारा चलाये जा रहे विशेष सामूहिक अभिषेक के अंतर्गत जो बच्चों और युवाओं को जोड़कर देव-दर्शन के प्रति समाज में उत्साह बढ़ाया, उसमें मुनि श्री की इस प्रेरणा से एक पंथ दो काज का काम कर दिया। भारतवर्षीय दिगंबर जैन तीर्थक्षेत्र कमेटी ने हर व्यक्ति को तीर्थों के जीर्णोद्धार – संरक्षण से जोड़ने के लिए घर-घर गुल्लक योजना शुरू की है, जिसमें घर बैठे ही परिवार का हर सदस्य रोजाना न्यूनतम एक रुपये और सार्म्थ्यानुसार अधिक डालें तथा किसी विशेष दिन उस जमा राशि को तीर्थक्षेत्र कमेटी भेज दे। भेजने के लिये दो तरीके हैं जिनका उल्लेख गुल्लक पर ही दिया गया है। पहला उसमें दिया गया बैंक एकाउंट नम्बर तथा दूसरा सरल रास्ता है क्यू आर कोड, जिसे स्केन करें और सीधे जमा कर दें।
(मंदिरों की कमेटी अपने यहां इस योजना के लिए भारतवर्षीय दिगंबर जैन तीर्थ क्षेत्र कमेटी या चैनल महालक्ष्मी से संपर्क कर सकते हैं और यह सुनहरा अवसर है 350 तीर्थों के जीर्णोद्धार में सहयोग कर पुण्य अर्जन करने का।)
मुनि श्री के उद्बोधन के बाद लोगों का उत्साह देखते ही बनता था। इसी अवसर पर विश्व जैन संगठन के अध्यक्ष संजय जैन ने समाज से गिरनार पदयात्रा की अपील की जो 23 मार्च को दिल्ली से शुरू होकर विभिन्न नगरों से होते हुए गिरनार पहुंचेगी, यहां 22वें तीर्थंकर श्री नेमिनाथ जी के मोक्ष कल्याणक दिवस 02 जुलाई पर पांचवीं टोंक पर गुजरात हाईकोर्ट के 17 फरवरी 2005 के अंतरिम निर्देशानुसार निर्वाण लाडू समर्पित करेंगे। जागृति एन्क्लेव मंदिर कमेटी ने विश्व संगठन को इस यात्रा में सहयोग के लिये 1 लाख रुपये का चैक भेंट किया।
2025 के प्रथम रविवार पर मंदिरजी में मुनि श्री शिवसागर महाराज के पावन सान्निध्य में पं. श्री अशोक जैन शास्त्री ने श्री भक्तामर विधान करया जिसके पुण्यार्जक थे सान्ध्य महालक्ष्मी परिवार एवं अभिषेक ग्रुप ।