तिहाड़ में सजा पूरी कर कैदी सीधा पहुंचा आचार्य श्री के चरणों में, क्यों? बदल दी गुरुवर आपने ज़िन्दगी

0
812

सिद्धोदय सिद्धक्षेत्र नेमावर जी में संत शिरोमणि आचार्य भगवन श्री 108 विद्या जी महामुनि राज के पावन चरणों में दिल्ली तिहाड़ जेल* से आए कैदी *शिवदाश केरला* में जन्मा व एक ग्वालियर में जन्मा प्रशिक्षक बंधुओं ने सजा काटते हुए *हथकरघा* के माध्यम से जीवन में परिवर्तन कैसे आया बात रखी जब *शिवदाश कैदी 10 साल की सजा काटने के बाद घर में अपने परिवार जन से ना मिलकर सीधे आचार्य श्री विद्यासागर जी भगवान के दर्शन करने पहुंचे वहां पर उन्होंने अपनी गलतियों का एहसास किया और जीवन भर मांस मदिरा आदि का ना खाने का संकल्प लिया।

आचार्य श्री जी ने बहुत-बहुत आशीर्वाद देकर बंदियो के जीवन कल्याण के कुछ सूत्र दिए और सूत्रों को सुनकर बंदी भाई ने आचार्य श्री के समक्ष सभी कैदियों के द्वारा भेजे गए पत्रों का वाचन किया हजारो भक्तो ने तालिया बजाकर गुरुजी के जयकारे लगाए।_
_कैदी भाई ने बताया कि भगवन आपके आशीर्वाद से जब से तिहाड़ जेल में हथकरघा का काम प्रारंभ हुआ है तभी से हम करीब 35 भाइयों ने संकलप पूर्वक लगन के साथ हथकरघा कार्य सीखना चालू किया_
आज वर्तमान में हम सभी लोग 500 से लेकर के ₹800 और हजार रुपये तक प्रतिदिन कमाते हैं और जो भी राशि महीने में मिलती है उस राशि का सदुपयोग हम बंदी भाई के परिवार जन करते हैं हम लोगों ने अपने परिवार जन को भी शाकाहार का नियम दिलाया है और उनसे भी कहा है कि आप के संपर्क में रहने वालों को आचार्य श्री विद्यासागर महाराज के संदेश_को जरूर सुनाये अपने रिश्तेदारों को शाकाहार का नियम दिलाएं बंदी भाई ने बताया तिहाड़ जेल में अफगानिस्तान से आए एक मुस्लिम भाई जिनका नाम है शेर अहमद गुल मोहम्मद अफगानिस्तानी जिनको आतंकवादी के रूप में कहा जाता है और एक बांग्लादेश से आए मुस्लिम भाई जिनका नाम है सहजाद समान जो कि वर्तमान में जेल की सजा काटते हुए हजारो रुपये हर महीने कमा रहा है आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज के आशीर्वाद से 35 बंदी तिहाड़ जेल no 1 में *भारत पतस्का हतकरघा केंद्र* में कार्यरत है और जब से हम लोगो ने कपड़े बनाना सीखे पूरा दिन उसी में निकल जाता है दुनिया की सारी बाते भूलकर सिर्फ हमारी दृष्टि ज्यादा से ज्यादा पैसे कमाने ओर काम पर रहती है सारी बुराइया भूलकर नेक इंसान बन रहे है हम सभी_
हमारे फेक्ट्री का संचालन दिल्ली के बहुत ही सज्जन लोग करते है समय समय पर जेल आकर हालचाल पूछते है और कपड़े आदि भर सारी चीजे देते है हम लोग बहुत खुश है
मैं शिवदाश केरला, वाला आज नियम लेता हूं में तिहाड़ जेल में हथकरघा का काम करूंगा पहले में बंदी बनकर कार्य करता था अब मैं आम आदमी बनकर सेवा दूँगा गुरुजी आप आर्शीवाद दीजिये जेल की व्यवस्थाओं से सभी खुश है अभी हम लोगो को कमेटी ने जूते ओर गर्म वस्त्र भी बाटे_
– ब्र सुनील भैया जी अनंतपुरा वाले
सौमिल जैन, ललितपुर