परम पूज्य संत शिरोमणि आचार्य श्री १०८ विद्यासागर जी महाराज की आज्ञानुवर्ती शिष्या ज्येष्ठ आर्यिका रत्न १०५ श्री दृढमती माताजी (ससंघ) का मंगल विहार पिसनहारी तीर्थ (मढिया जी) से अग्रवाल कालोनी, जबलपुर के लिए हुआ।
महाराष्ट्र, गुजरात, राजस्थान में क्या ‘महावीर स्वामी दिगम्बर स्वरूप में नहीं...
॰ दिगम्बर जैन समाज ने मानो कर लीं आंखें बंद
॰ आचार्य श्री सुनील सागरजी ने राजस्थान उपमुख्यमंत्री को कहा
और चैनल महालक्ष्मी ने सौंपा ज्ञापन
30अक्टूबर...