जागो जैनी जागो ! मस्जिद बच गई, राधा कृष्ण मंदिर बच गया, पर नहीं बचेगा 457 वर्ष प्राचीन दिगंबर जैन मंदिर

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3 जून 2023 / जयेष्ठ शुक्ल चतुर्दशी /चैनल महालक्ष्मी और सांध्य महालक्ष्मी/EXCLUSIVE/ शरद जैन
हां, आप सोच नहीं सकते पर यह लगभग सत्य है और इसका कारण भी है, जैन समाज द्वारा अनदेखी, खंड खंड में विभाजित जैन समाज, बिना नेतृत्व के दिशाहीन होता समाज और यही कारण है कि आज मामाजी के नगर यानी मध्यप्रदेश में , जहां जैन समाज गोमटगिरी, अपने तीर्थ को बचाने की कोशिश में लगा है, अब उज्जैन के रूप में , कही जाने वाली धर्म नगरी में, जहां 100 वर्ष से भी कम प्राचीन एक मस्जिद और एक राधा कृष्ण मंदिर तो बच गए, पर अब 457 वर्ष प्राचीन पारसनाथ दिगंबर जैन मंदिर, नयापुरा के अस्तित्व पर खतरे की घंटी बज चुकी है।


गजब की बात यह है कि वहां के विधायक भी जैन है और सत्ता भी उस प्रशासन की है, जिसके हाथ में 6 साल पहले थी। स्मार्ट सिटी के नाम पर धर्मनगरी से जैसे धर्म, निष्ठा को नष्ट करने की चाले शुरू हो गई है। मंगलपाठ से महाकाल तक के सड़क का एक हिस्सा 6- 7 वर्ष पहले चौड़ा किया गया था और तब धर्मनगरी के भावों को देखते हुए, उस रास्ते में मौजूद 100 वर्ष से भी कम प्राचीन एक मस्जिद और एक राधाकृष्ण मंदिर जो रास्ते में थे, उन्हें नहीं छोड़ा गया , बल्कि सुना है कि मुआवजा तक दिया गया ।

पर अब उस मार्ग के शेष आधे हिस्से का चौड़ीकरण की बात के लिए, 500 से ज्यादा मकान मालिकों को नोटिस दे दिए गए। सड़क चौड़ी करने के लिए उनकी भवन आदि का 15 फुट हिस्सा खत्म किया जाएगा और उसके लिए कोई मुआवजा तक नहीं दिया जाएगा । बारिश से पहले किए तोड़फोड़ उन परिजनों को जितना परेशान करेगी, इसकी कल्पना भी नहीं की जा सकती । अपनी ही संपत्ति से बेदखल होना, शायद किसी की कल्पना में नहीं होगा ।

पर अब इसके साथ कुछ मंदिरों पर भी खतरे की घंटी बज गई, जिनमें से एक है श्री पार्श्वनाथ दिगंबर जैन मंदिर, 457 वर्ष प्राचीन, जिसमें जरा से हिस्से को हटाने की कोशिश की जाए तो वह पूरा गिर सकता है। समूचा नष्ट हो सकता है। पर शायद इसकी किसी को परवाह नहीं। क्या है सच्चाई? कहां हो रहा है? कौन कर रहा है? कैसे हो रहा है?

इन सब पर एक्सक्लूसिव रिपोर्ट, वहां के चित्रों के साथ चैनल महालक्ष्मी शनिवार, 3 जून, रात्रि 8:00 बजे के विशेष एपिसोड में आप सबके सामने लाएगा कि एक चुनौती है जैन समाज के सामने, एक होकर बचा लो अपना अति प्राचीन तीर्थ। नहीं तो लूटने, मिटने की कतारों में एक और 457 वर्ष वाले प्राचीन मंदिर का नाम लिखने में देर नहीं लगेगी।

देखिएगा जरूर, शनिवार 3 जून के रात्रि 8:00 बजे के एपिसोड नंबर 1903 में