1 अप्रैल 2023/ चैत्र शुक्ल एकादशी /चैनल महालक्ष्मी और सांध्य महालक्ष्मी/EXCLUSIVE
पिछले एक साल के आंदोलन, प्रदर्शन, अनशन, आवाज उठाने के बावजूद, जैन समाज जैसे एक बड़ा गोल चक्कर , घूम कर वहीं आ गया, जहां से उसने शुरू किया था।
विश्वास नहीं होता कि क्या हम कुछ सुधरे या कुछ सुधारना चाहते हैं?
हकीकत में जैन समाज अपने सबसे बड़े तीर्थ अनादि निधन श्री सम्मेद शिखरजी पर जूते चप्पल आदि को देखकर नजरें झुकाने को मजबूर हो गया ।
क्या करें अपने तीर्थ पर?
क्या सोचे, जहां से चले थे, वहीं पर खड़े हैं .
अगर ज्योति कॉलोनी, शाहदरा, दिल्ली के संयुक्त सचिव, जो 40 लोगों के साथ गए थे, उनकी माने तो आज एक टोक धोबी घाट सी बन गई है, जहां पर बकायदा कपड़े सुखाए जाते हैं। गंदगी की भरमार है अंदर और बाहर।
चैनल महालक्ष्मी ने इसी तरह आवाज गिरनारजी के लिए उठाई थी । लेकिन तब जैन कमेटियां या कोई और व्यक्ति सामने नहीं आया। पर एक अजैन भाई ने, अदालत में जनहित याचिका डालकर ध्यान दिलाया और अदालत ने तुरंत आदेश दिया प्रशासन को, कि वहां सफाई कराई जाए और आज की तारीख में 100 से ज्यादा कर्मचारी लगातार सफाई में जुटे हैं। पर शिखरजी को हम उस तरह शायद समझते ही नहीं, और यही कारण है कि इसकी हालत वही जस की तस पड़ी है।
चैनल महालक्ष्मी इस पर पूरी जानकारी उनकी आंखों से दिखाएगा, जिसने यह सब बताया। आज पुजारी और चौकीदार भी, वहां पर मानो कमीशन एजेंट हो गए हैं, यानी अगर आपकी जेब में कुछ नहीं है , तो जवाब यह मिलेगा, खाली जेब यहां पर आते क्यों हो ?
बाईके भी धड़ल्ले से चल रही है। ₹50 से जेब गर्म करो और एंट्री कर जाओ। भ्रष्टाचार जैसे मुंह खोलकर बोलने लग गया है । ऐसी कई समस्याएं आज वहां पर फिर दिखने लगी है। चिकित्सा सुविधाएं नहीं है और भी बहुत कुछ।
रविवार, 2 अप्रैल को, रात्रि 8:00 के विशेष एपिसोड में ” Ep.1779 श्री सम्मेद शिखरजी में फिर पारस टोंक पर जूते चप्पल और गणधर टोंक बना दी धोबी घाट, पुजारी बने कमीशन एजेंट ” देखिएगा जरूर।