कुन्द कुन्द भारती, नई दिल्ली में आचार्य विद्यानन्द तपोवन में 24 जिनबिम्ब, नवनिर्मित शिखर – मानस्तम्भ हुए प्रतिष्ठित

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04 दिसंबर 2022/ मंगसिर शुक्ल दवादिशि /चैनल महालक्ष्मी और सांध्य महालक्ष्मी
कुन्द कुन्द भारती, नई दिल्ली में 24 जिनबिम्ब व नवनिर्मित शिखर एवं उत्तुंग मानस्तम्भ का भव्य पंचकल्याणक प्रतिष्ठा महोत्सव परम पूज्य सिद्धांत चक्रवर्ती श्वेतपिच्छाचार्य श्री 108 विद्यानंद जी मुनिराज के निर्यापक पट्टाचार्य प.पू. आचार्य 108 श्री श्रुतसागरजी मुनिराज के सान्निध्य में 02 दिसंबर से भगवान ऋषभदेव जिनबिम्ब पंचकल्याणक प्रतिष्ठा महोत्सव प्रारंभ हुए।

प्रतिष्ठाचार्य वाणीभूषण पं. श्री नरेश जैन कांसल हस्तिनापुर के निर्देशन एवं सहप्रतिष्ठाचार्य बा.ब्र. पुष्पेन्द्र जैन शास्त्री के सहयोग से पंचकल्याणक भक्तिभाव से समापन की ओर है। आकर्षक मंच श्री बबलू जैन कटनी वाले ने बनाया है। संगीतकार सचिन जैन भोपाल एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम भारतीय तपोवन आर्ट्स ग्रुप सौरभ जैन ललितपुर का सुंदर संयोजन चल रहा है। माता-पिता अशोक कुमार-शशि जैन (विकासपुरी), सौधर्म इन्द्र संजीव-दीपाली जैन (न्यू फ्रैण्ड्स कॉलोनी) समेत सभी पात्र पंचल्याणक में विशुद्धि की ओर अग्रसर हो आध्यात्म आनंद ले रहे हैं।

सान्ध्य महालक्ष्मी एवं चैनल महालक्ष्मी की टीम को जन्माभिषेक दिवस (04 दिसंबर) पर भगवान आदिनाथ के जन्म के समय इन्द्र के सिंहासन कम्पायमन होने का दृश्य देखने का अवसर प्राप्त हुआ। जैसे ही तीर्थंकर बालक का जन्म होता है पूरी अयोध्या नगरी में जय-जयकार के उद्घोष और वाद्य बजने लगते हैं। यह दृश्य देखकर वहां मौजूद प्रत्येक सुश्रावक में अद्भुत उत्साह का संचार हो रहा था, बरबस ही सबके मुख से प्रभु के जयकारे के उद्घोष निकल रहे थे। सान्ध्य महालक्ष्मी टीम ने आचार्य श्री श्रुतसागर जी का मंगल आशीर्वाद प्राप्त किया।

आचार्य श्री श्रुत सागरजी जन्मकल्याणक पर कहा कि आपमें महान उत्साह है, इसलिये यहां उत्सव मना रहे हैं। बच्चे-युवा सभी इन्द्र बने हैं, उनमें धर्म के संस्कार पड़ रहे हैं, उन सभी को मंगल आशीर्वाद है। जैसे ही तीनों लोक के नाथ का जन्म होता है, उसके शांत परमाणु तीनों लोकों को प्रकाशित कर देते हैं। एक क्षण को तो नारकीय जीवों को भी सुख का अनुभव होने लगता है। ऐेसे तीर्थंकर के बालक का जन्माभिषेक सौधर्म इन्द्र 1008 कलशों से करता है।

विद्वान श्री जयकुमार उपाध्ये एवं वीर सागरजी जैन से भी मुलाकात हुई। पंचकल्याणक के सभी कार्य अनुशासन एवं समय पर चल रहे थे, मंच पर कुंद कुंद भारती के ट्रस्टीगण अध्यक्ष सतीश चन्द जैन एससीजे, मंत्री अनिल पारसदास जैन, कोषाध्यक्ष विवेक जैन, संयोजक राजेन्द्र जैन संघपति आदि महानुभाव व्यवस्था बनाने में सहयोग दे रहे थे। एक बात और पंचकल्याणक में दिल्ली की अनेक समाजों का सहयोग मिला जिसमें प्रमुख थे कृष्णानगर, न्यू रोहतक रोड, देवनगर करोलबाग, शालीमार बाग, मयूर विहार, सूर्य नगर, नजफगढ़, ऋषभ विहार, ग्रीन पार्क, भोगल, शालीमार बाग, साहिबाबाद, बाहुबली एन्क्लेव, सुन्दर विहार, उत्तम नगर, विकासपुरी, छोटा बाजार, महावीर एन्क्लेव, जनकपुरी, पश्चिम विहार, इन्द्रप्रस्थ, वसुन्धरा, उत्तम नगर आदि थे।