यह स्थान पुडुकोट्टई से 2 km की दूरी पर है। बताते है यह प्रतिमा श्री मुनिसुव्रतनाथ भगवान की है। वर्तमान में जैनेत्तर लोग उनको मुनीश्वर बोलकर उनकी विधी से पूजा-आराधना करते है, अभी मल मास में उनकी विशेष आराधना करते है।
55 मंदिर के खण्डर , ऐतिहासिक, धार्मिक और सांस्कृतिक नगरी -एक...
16 अप्रैल 2025 / बैसाख कृष्ण पंचमी /चैनल महालक्ष्मीऔर सांध्य महालक्ष्मी/
श्री भियादांत जी से ओर नदी के उसे पर लगभग 2 किलोमीटर दूरी...