शराबी सफाई कर्मी को सोनागिर तीर्थ के काम से निकाला, तीन दिन बाद ही अपने साथियों के साथ डकैती को अंजाम दिया

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16 सितम्बर 2022/ अश्विन कृष्ण षष्ठी /चैनल महालक्ष्मी और सांध्य महालक्ष्मी/
यह संकेत है, सभी जैन तीर्थों मंदिरो के लिए कार्य में जैन लोगो को ही रखे, सोनागिर डकैती के खुलासे ने इसको संकेत दे दिया है
प्रसिद्ध जैन तीर्थ क्षेत्र सोनागिर में स्थित चंदा प्रभु मंदिर में डकैती सफाई कर्मी ने अपने साथियों के साथ मिलकर डाली थी। मंदिर प्रबंधन ने 7 सितंबर को उसे नौकरी से निकाल दिया था और 10 सितंबर को उसने डकैती की घटना को अंजाम दे डाला। पुलिस ने सफाई कर्मी समेत दो बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया है जबकि बाकी 6 फरार बदमाशों की तलाश की जा रही है।

दतिया के एसपी अमर सिंह राठौर के मुताबिक 10 सितंबर को शनिवार भोर में करीब तीन बजे हथियार बंद बदमाशों ने मंदिर में तैनात होमगार्ड और सुरक्षा गार्डों को बंधक बनाकर लूटपाट की थी। बदमाश मंदिर की सभी दान पेटियों के ताले तोड़कर कैश लूट ले गए। मंदिर के गार्ड हरिमोहन यादव की तहरीर पर पुलिस ने सात-आठ अज्ञात बदमाशों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करके तलाश शुरू कर दी। इनकी धर पकड़ के लिए पुलिस ने आठ अलग-अलग टीम लगाईं।

मोबाइल फोन के सीडीआर एवं सीसीटीवी फुटेज तलाशने पर पुलिस को लल्ला (25) उर्फ पंजाब परिहार निवासी सेवनी पर शक हुआ। पुलिस ने उसे उठाकर पूछताछ शुरू की। उसने घटना में शामिल होने की बात स्वीकार कर ली। लल्ला ने पुलिस को बताया कि सुनील कुशवाहा (24) सोनागिर मंदिर क्षेत्र स्थित बीस पंथी धर्मशाला में साफ-सफाई का काम करता था लेकिन, शराब पीने के कारण उसे काम से हटा दिया गया। दूसरी जगह भी उसे काम नहीं मिला। इससे नाराज होकर उसने मंदिर में लूटपाट की योजना बनाई। सुनील ने लल्ला को अपने साथ मिला लिया। उन लोगों ने 8 सितंबर को चंदा प्रभु मंदिर की दानपेटी लूटने की योजना बनाई। सुनील ने ही रवि परिहार, भूरा कुशवाहा, भूरा, सुनील कुशवाह को सोनागिर बुलाया। बडौनी रोड पर इन लोगों ने योजना बनाई। 10 सितंबर को सभी लोग मंदिर में जा घुसे। रवि ने मंदिर के पीछे का ताला तोड़ा। सारा पैसा लूटने के बाद सुनील को 55 हजार रुपये जबकि लल्ला को 45 हजार रुपये मिले। पुलिस ने दोनों के पास से यह रकम बरामद कर ली है। एसपी के मुताबिक शेष बदमाशों की धरपकड़ को टीम लगाई गई है।

छह बदमाश अभी तक फरार
डकैती डालने में कुल आठ बदमाश शामिल थे। इनमें मास्टर माइंड सुनील कुशवाहा एवं लल्ला पुलिस के हत्थे चढ़ गए जबकि रवि परिहार निवासी घूवसी, भूरा कुशवाहा निवासी दतिया, भूरा उर्फ शगुन कवेट एवं सुनील कुशवाह फरार हैं। इसके अलावा दो अन्य बदमाशों की अभी तक शिनाख्त नहीं हो सकी है।

100 से अधिक सीसीटीवी फुटेज खंगाले
पड़ताल में जुटी पुलिस टीम ने सौ से अधिक सीसीटीवी कैमरों से फुटेज खंगाले। पुलिस का कहना है कि वारदात के बाद भी लल्ला यहीं पर रहा। वारदात के दौरान उसके मोबाइल फोन की लोकेशन मंदिर के आसपास मिली। इसके बाद से जब पुलिस ने उसे ट्रेस करना शुरू किया तब भी उसकी लोकेशन आसपास ही मिली।

लूट की रकम का नहीं हुआ खुलासा
दो बदमाशों की गिरफ्तारी के बाद भी मंदिर से कितनी रकम लूटी गई इसका खुलासा नहीं हो सका। पुलिस भी इस बारे में कुछ साफ नहीं बोल रही है। शुरू में डेढ़ लाख रुपये लूट की बात कही जा रही थी, जिसमें से एक लाख रुपये बरामद कर लिए गए।