निर्यापक श्रमण मुनि श्री समतासागर जी महाराज (ससंघ) की प्रेरणा से एम.पी. के रायसेन में 24 घंटे का डिजिटल उपवास

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9 सितम्बर 2022/ भाद्रपद शुक्ल चतुर्दशी /चैनल महालक्ष्मी और सांध्य महालक्ष्मी/
आत्मशांति के लिए मोबाइल और इंटरनेट से दूर रहने वाला पहला ई-फास्टिंग

मध्य प्रदेश के रायसेन जिले के बेगमगंज में इस पर्युषण पर्व पर जैन मुनि निर्यापक श्रमण मुनि श्री समतासागर जी महाराज (ससंघ) की प्रेरणा से अनोखे अपवास की अवधारणा रखी गई
इस उपवास की नगर वा देश दुनिया में खूब चर्चा हो रही है कुछ लोग बोल रहे हैं कि अब हम भी महीने में एक बार ई उपवास करेंगे
इस उपवास को डिजिटल फास्टिंग नाम दिया है, उपवास के दौरान आपको मोबाइल फोन, लैपटॉप ओर टीवी जैसी चीजों से दूरी बनाकर असली दुनिया का अनुभव लेना होता है. इस अनोखे उपवास का एक मात्र उद्देश्य यही है कि लोग अपने मोबाइल की लत को कैसे छोड़ सकते हैं।
जैन समाज के लोगों ने पर्यूषण पर्व के उपवास के लिए इस नए तरीके को अपनाया है! जिसे उन्होंने इंटरनेट मुक्त उपवास नाम दिया है।
इसके अंतर्गत सभी के मोबाइल फोन बंद कर जैन मंदिर में 24 घंटे के लिए जमा किए जाते हैं जिसमें बच्चे, युवा, महिला, पुरुष सभी इसमें शामिल हैं। इसका उद्देश्य सिर्फ लोगों में मोबाइल की जो लत लगी है, उसी को दूर करने के लिए और काबू पाने के लिए ये प्रयास किया जा रहा है उपवास में आपको फोन, लैपटॉप ओर टी वी जैसी चीजों से दूरी बनाकर असली दुनिया का अनुभव लेना होता है, ताकि अपनोंके लिये समय एवं भगवान के प्रति प्रेम का भाव, श्रद्धा का सविनय प्रादुर्भाव हो।