जहां-जहां हो रहे चातुर्मास , वहां वहां करें तीर्थों की बात और आपके यहां हो इनामो की बरसात #jain_teerth_sanrakshan

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31 जुलाई 2022/ श्रावण शुक्ल तृतीया /चैनल महालक्ष्मी और सांध्य महालक्ष्मी/
बहुत से जैन तीर्थ लुट गए , बहुत से बदल दिए गए, सैकड़ों वर्षो से यह सिलसिला चलता आ रहा है , कब रुकेगा, कब थमेगा। जब हम जागरूक होंगे ,संकल्पित होंगे और वादा करेंगे कि अब हम हर तीर्थ के लिए, उसके संरक्षण, संवर्धन, जीर्णोद्धार में अपना सहयोग देंगे। किसी ना किसी रूप में, इस बार वर्षायोग समितियों के लिए कुछ इस तरह की ही योजनाओं को लाते हुए, चैनल महालक्ष्मी और सांध्य महालक्ष्मी सभी से अनुरोध करता है।

दिल्ली एनसीआर यानी दिल्ली से डेढ़ सौ किलोमीटर की परिधि में जितने भी चातुर्मास हो रहे हैं , उनके चतुर्मास आयोजकों से विनम्र अनुरोध है कि इस वर्षायोग के दौरान विभिन्न तरह की जागरूकता के कार्यक्रम करें, कैसे हम तीर्थों का संरक्षण कर सकते हैं। वहां पर यात्रियों को भेजकर , तीर्थों के बारे में धर्म सभायें करके, उनके विकास के लिए संतों से प्रवचन आदि करवा कर, विद्वत गोष्ठियां करवा कर, प्रतियोगिताएं विभिन्न रूप से जागरूकता के लिए, महिलाओं के सम्मेलन तीर्थ संरक्षण पर, वाद-विवाद प्रतियोगिताएं , चित्रकला प्रतियोगिता, भाषण प्रतियोगिताएं, आलेख प्रतियोगिताएं, इस तरह से विभिन्न रूपों में हम वर्षायोग के इन 4 माह में जैन तीर्थ संरक्षण पर विभिन्न तरह से जागरूकता फैलाएं।

इस परिधि में आने वाले सभी चातुर्मास समितियों के लिए तीन बड़े पुरस्कार टुडे टी द्वारा रखे गए हैं। प्रथम पुरस्कार के रुप में 51000 नकद व शील्ड , द्वितीय पुरस्कार के रूप में ₹31000 नकद राशि व तृतीय पुरस्कार के रूप में ₹21000 नकद राशि विजेताओं के लिए । इस प्रतियोगिता में जुड़ने के लिए उन्हें अपराजिता जैन 97174 94975 पर बात करके एक आईडी नंबर लेना होगा, जिसके अंतर्गत वे अपने कार्यक्रमों की सूचनाएं, फोटो वीडियो देते रहेंगे । जिनको प्रसारित करके, चैनल महालक्ष्मी द्वारा पूरे देश में प्रसारित किया जाएगा और कुछ को सांध्य महालक्ष्मी अखबार में भी जगह मिलेगी ।

इस तरह से एक पंथ दो काज, प्रतियोगिता में भाग लेना भी और तीर्थों की सुरक्षा भी। इनके अलावा देशभर में जहां भी चातुर्मास हो रहे हैं, वे चातुर्मास समितियां भी इस तरह के कार्यक्रम करें और सभी को टुडे टी द्वारा गिफ्ट हैंपर दिए जाएंगे । पर सभी को अपराजिता जैन 97174 94975 पर आईडी नंबर लेकर अपनी सूचनाएं व प्रमाण के रूप में फोटो वीडियो भी भेजने होंगे अपने अपने कार्यक्रमों के। इसके लिए निर्णायक निर्णायक मंडल में डॉक्टर श्रेयांस कुमार जैन , अध्यक्ष अखिल भारतवर्षीय दिगंबर जैन शास्त्री परिषद और प्रोफेसर वीर सागर जैन, लाल बहादुर संस्कृत विश्वविद्यालय के जैन विभाग के प्रोफेसर, निर्णय करेंगे। उनका निर्णय सभी को मान्य होगा । पूरे देश में जहां-जहां चातुर्मास हो रहे हैं, उन सभी से विनम्र अनुरोध कि वह भी इस तरह की जागरूकता के कार्यक्रम अपने अपने यहां करें ।

अपने कार्यक्रमों के लिए पहले उपरोक्त नंबर पर आईडी नंबर प्राप्त कर जानकारी दें । जिससे उसको हम जैन समाज में प्रचारित कर सके , बता सके आपके कार्यक्रमों के बारे में । यही नहीं आप सभी को टुडे टी लिमिटेड द्वारा विशेष गिफ्ट हैंपर और प्रमाण पत्र , आपके उत्साह व सहयोग के लिए, एक छोटी सी भेंट के रूप में भेजा भी जाएगा । लक्ष्य यही है कि हम अपने तीर्थों का पूरी तरह से संरक्षण कर सकें , जिस से कह सकें कि जैनों का संकल्प टूटे ना , अब कोई तीर्थ छूटे ना । आप सभी चातुर्मास आयोजन समितियों से फिर अनुरोध एक बार, तीर्थों की सुरक्षा के लिए अपने को समर्पित करें, जिससे हमारी विरासत संस्कृति, जितनी अमूल्य थी , उसको हम आगे उसी तरह ले जा सके।