70 साल से वर्षायोग में कलश स्थापना नहीं- आगमानुसार न कलश, न दान, बस धर्मप्रभावना ही प्रमुख लक्ष्य – ज्ञानमति माताजी

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15 जुलाई 2022/ श्रावण कृष्ण दोज़ /चैनल महालक्ष्मी और सांध्य महालक्ष्मी/ प्रवीन कु. जैन /

त्रिलोक शोध संस्थान का 09 अक्टूबर को मनाएंगे स्वर्ण जयंती महोत्सव

जम्बूद्वीप (हस्तिनापुर)। गत 12 जुलाई 2022 को जम्बूद्वीप में 70वें वर्षायोग स्थापना समारोह के वे पल खास थे, जब सान्ध्य महालक्ष्मी टीम के समक्ष वहां दूर-दूर से आए भक्तगणों की सभा में गणिनी आर्यिका ज्ञानमती माताजी ने बताया कि दीक्षा के पिछले 70 सालों में कभी भी कलश स्थापना नहीं की है।

हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी आगमानुसार 12 जुलाई की रात्रि में 8.30 से 9 बजे के बीच विधि भक्तिपूर्वक वर्षायोग की स्थापना तथा दिग्बंधन करेंगी। चारों ही दिशाओं में 16-16 मिली तक गमन, विशेष परिस्थिति में हो सकता है। आज से दीपावली तक हस्तिनापुर मं रहंगी। आगमी की आज्ञाके अनुसार विशेष प्रभावना या विशेष प्रसंग में ही गमन करूगंी।

दिगम्बर जैन त्रिलोक शोध संस्थान के अध्यक्ष स्वामी रविन्द्र कीर्ति जी, जो उसी समय मांगीतुंगी महामस्तकाभिषेक सम्पन्न कराकर लौटे थे, ने बताया कि त्रिलोक शोध संस्थान के गठन की घोषणा आज से 50 साल पूर्व माताजी के पहाड़ीधीरज (दिल्ली) स्थित चातुर्मास निष्ठापन दिवस पर हुई थी और फिर 1973 में संस्थान का रजिस्ट्रेशन दिल्ली में हुआ। संस्थान का स्वर्ण जयंती महोत्सव इस साल 09 अक्ूटबर 2022 को ज्ञानमती माताजी के 89वें जन्म जयंति पर मनाया जाएगा, जिसमें संस्थान के 50 साल के लेखा-जोखा का सुंदर प्रस्तुतिकरण समाज के समक्ष किया जाएगा। इस अवसर पर यहां नवनिर्मित मंदिरजी के सावरण नाम का शिखर पर तीनों दिशाओं में स्वर्ण कलशारोहन किया जाएगा।
पूरी खबर पढ़े सान्ध्य महालक्ष्मी के 21 जुलाई के अंक में।