धरती के देवता आगये हैं , अंतरिक्ष वाले बाबा के चरणों- आचार्य श्री विद्यासागर महामुनिराज का 581 किमी का विहार 48 दिनों में 93 बार चलकर

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9 जुलाई 2022/ आषाढ़ शुक्ल दशमी /चैनल महालक्ष्मी और सांध्य महालक्ष्मी/
धरती के देवता की अगवानी धुमधाम से हुयी

संत शिरोमणी आचार्य श्री १०८ विद्यासागर महामुनिराज ससंघ चातुर्मास हेतूआज दि.9 जुलाई 2022 प्रात:काल के बेला 7:30 बजे मंगलप्रवेश हुआ है। प्रातःकाल 5 :45 बजे पूज्य आचार्यसंघ का मंगल विहार मालेगांव से शिरपुर जैन की ओर हुआ। दूरी 7 किमी, श्री अंतरिक्ष पार्श्वनाथ दिगंबर जैन संस्थान शिरपूर जिला वाशिम में परम तपस्वी, राष्ट्रसंत, संतशिरोमणि आचार्य विद्यासागर जी महाराज ससंघ का मंगल प्रवेश

सागर जिले के तीर्थक्षेत्र रहली पटनागंज से 581 किमी का यह विहार 48 दिनों में 93 बार चलकर प्रतिदिन 12 किमी औसत विहार हुआ।
सिर्फ छिंदवाड़ा में एक समय का विश्राम श्री सूर्योदय धाम मंदिर जी शिलान्यास के लिए हुआ था।

हे गुरु तेरे वचनों से मोह-तिमिर हटने वाले है…
ये धरा कब से आकुल थी तेरे चरणों के स्पर्श को छूने के लिये…
हमारा सर्वोत्कृष्ट परम सौभाग्य है की मोक्षमार्ग पर चलनेवाले निर्ग्रंन्थ दिगंबर वीतरागी परमतपस्वी राष्ट्रसंत आचार्य भगवन रहली-पटनागंज म.प्र. से अविरत विहार करते-करते शिरपूर को पोंहच गये है|
💫पंचरंगी धर्मध्वज
💫चामर लेकर युवक-युवती
💫अष्टद्रव्यों की थालियां लेकर युवक-युवती
💫महाराष्ट्रियन नववारी साडी में महिला कलश लेकर
💫वारकरी पथक
💫टिपरी पथक
💫लेझिम पथक
💫ढोल पथक
💫डफली पथक
💫बैन्ड पथक
धुमधाम से अगवानी हुयी है

इस युग का सौभाग्य रहा है कि इस युग मे गुरुवर आचार्यश्री जन्मे
और हम सब का सौभाग्य रहा कि गुरुवर आचार्यश्री के युग मे हम जन्मे

जैनम जयतु शासनम् वंदे विद्यासागरम्

संतोष पांगळ जैन मुरुड