#अनोप_मंडल पर चला बुलडोजर, पर क्या होश ठिकाने आए , देखना यही होगा क्योंकि अभी कई शिकायतें दर्ज है #ban_anop_mandal

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19 जून 2022/ आषाढ़ कृष्ण षष्ठी /चैनल महालक्ष्मी और सांध्य महालक्ष्मी/
लगभग 5 दिन पहले शुरू हो ही गया पाप का घड़ा फूटना, जिसका हर धार्मिक समाज को इंतजार था। आखिरकार वह हो ही गया, गुजरात में । सबक सीखना चाहिए इससे अनोप मंडल को , क्योंकि उनके कुकर्म अब हर के सामने आने लगे हैं। किसी भी धर्म के प्रति अनर्गल टिप्पणियां करना , अपने पैरों पर ही कुल्हाड़ी मारने जैसा हैं । जाग जाओ, वरना अभी अनेक शिकायतें अनेक थानों में दर्ज हैं , उनका भी फल भोगना होगा । कह सकते हैं जेल के दरवाजे , ऐसे भ्रष्ट लोगों का इंतजार करने को खुले पड़े हैं।

आखिरकार 5 दिन पहले डीसा (गुजरात) में अनोप मंडल के पाप का घड़ा फूटना शुरू हुआ है ! वहां के कॉर्पोरेटर पिंकेशभाई दोशी और जुझारू एडवोकेट धर्मेन्द्रभाई फोफाणी के अथक प्रयासों से धर्मरक्षा के कार्य में एक महत्वपूर्ण सफलता मिली है. डीसा से 4 किलोमीटर दूर भोयण में सरकारी ज़मीन हड़पकर उस पर अनोप मंडल ने अपना मंदिर व भवन बनाया था. इस आपराधिक मामले में सेशन कोर्ट में हारने के बाद ये असामाजिक तत्व सरकार और न्यायालय की आंखों में धूल डालने के लिए गुजरात हाईकोर्ट पहुंचे. लेकिन मुकदमें की हक़ीकते देखकर हाईकोर्ट बहुत नाराज़ हुई. लौट के बुद्धु घरको आये की कहावत चरितार्थ करते हुए अनोप मंडल ने मुकदमा वापस लिया.

इसके तुरंत बाद डीसा का नगरपालिका प्रशासन हरकत में आया. उसने करीब 200 पुलिस और SRP के जवानों को साथ लेकर विवादित स्थल पर तोड़क कार्यवाही शुरू की. उत्तरप्रदेश के आदित्यनाथ योगी की तर्ज पर डीसा के पास भोयण में 14 जून 2022, मंगलवार को अनोप मंडल के अनधिकृत मंदिर और भवन को बुलडोजर से ध्वस्त करने का ऐतिहासिक कार्य जोरदार चल रहा था. जैन समाज और जैन साधुओं को मारने की धमकियां देने वाले अनोप मंडल के तथाकथित गुरु अनोपदास फिर रोड़ पर आ गये

गुजरात के डीसा, धानेरा और आसपास के क्षेत्रों में अनोप मंडल की असामाजिक गतिविधियां अनेक वर्षों से चल रही हैं. कुछ वर्ष पूर्व उसने जैन समाज के खिलाफ नारेबाजी और गाली-गलौज करते हुए डीसा में एक जुलूस भी निकाला था. तब से उस पापी अनोप मंडल के अपराधों को मिटाने के प्रयत्न चल रहे थे. गत वर्ष सुदर्शन चैनल पर हुई डिबेट में क्रांतिकारी आचार्य श्री विमलसागरसूरीश्वरजी महाराज ने अनोप मंडल की करतूतों को उजागर करते हुए उनके एक-एक तर्क का मुंहतोड़ जवाब दिया था. वहां औंधेमुंह की खाने के बाद इस असामाजिक अपराधी संगठन ने राजस्थान में जगह-जगह जुलूस व सभाएं आयोजित कर जैनधर्म के विरुद्ध अनाप-सनाप झूठी व गंदी बातें प्रसारित की. उस समय उसने पूज्य आचार्य श्री विमलसागरसूरीश्वरजी महाराज के अनेक पुतले जलाये. निर्दोष आदिवासियों को भड़काने का काम किया. वर्षों पहले सिरोही के कोलरगढ़ तीर्थ में जैन साधु को जिन्दा जलाने और जगह-जगह जैन साधु-साध्वियों के एक्सीडेंट करवाने का इस अनोप मंडल पर संगीन आरोप हैं. अनेक अपराधों में उनके अनेक लोगों को जेल की सजाएं भी हुई हैं. उनकी किताब राजस्थान सरकार द्वारा प्रतिबंधित है. बावजूद उसके 20 दिन पहले सिरोही, शिवगंज और सुमेरपुर में वह किताब आधी रात को लोगों के घरों में डाली गयीं. उस सिलसिले में सिरोही से एक FIR दर्ज हुई. कुछ दिन पहले अनोप मंडल के लोगों ने आचार्य श्री विमलसागरसूरीश्वरजी महाराज को जान से मारने की धमकी दी !