इको सेंसेटिव जोन से श्री सम्मेद शिखरजी को मिलेगी सुरक्षा, नहीं होगा धार्मिक स्वरूप प्रभावित: केंद्रीय पर्यावरण, वन मंत्री का दावा- अधिसूचना 2795 का पूरा एक्स-रे चैनल महालक्ष्मी द्वारा

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17 जून 2022/ आषाढ़ कृष्ण चतुर्थी /चैनल महालक्ष्मी और सांध्य महालक्ष्मी/
केंद्र के पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री श्री भूपेंद्र यादव ने एक सांसद नव कुमार सरनिया को , 8 अप्रैल को शिखरजी के पारिस्थितिकी संवेदी जोन के संबंध में दिए पत्र पर, अब 8 जून को खुलासा किया है , जिसकी प्रति चैनल महालक्ष्मी को भी उपलब्ध कराई गई है, इसमें लिखा है कि हमारे मंत्रालय ने झारखंड सरकार द्वारा इस आशा से संबंधित, प्रस्ताव के आधार एवं मंत्रालय द्वारा बनाए गए दिशा निर्देशों के अनुसार अधिसूचना 2795, दिनांक 2 अगस्त 2019 के द्वारा, पारसनाथ वन्य जीव अभ्यारण के आसपास के क्षेत्रों को पारिस्थितिकी संवेदी जोन घोषित किया था और जिसकी अंतिम अधिसूचना प्रकाशित की गई।

मंत्री जी का कहना है कि इस अधिसूचना से तीर्थराज सम्मेद शिखर जी का धार्मिक स्वरूप प्रभावित नहीं होगा, बल्कि दावा किया कि पारिस्थितिकी संवेदी जोन अधिसूचना द्वारा इस तीर्थ क्षेत्र को अतिरिक्त सुरक्षा प्रदान होगी और उन्होंने यह भी कहा है कि जो चिंता आज समाज या आपको हो रही है, यह राज्य सरकार का प्रशासनिक विषय है । इसलिए वन्य जीव अभ्यारण आदि के संबंध में आवश्यक कार्यवाही राज्य सरकार के द्वारा करनी होगी।

इस पर पूरी रिपोर्ट कल शुक्रवार 18 जून को यूट्यूब सोशल मीडिया पर रोजाना की तरह आने वाले प्रातः 8:00 बजे के चैनल महालक्ष्मी के एपिसोड में देखना ना भूलिए कि इस पत्र के मायने क्या है, और कौन पल्ला झाड़ रहा है ,और जिम्मेदारी किसकी, क्या है क्या नफा, क्या नुकसान, अधिसूचना 2795 का पूरा एक्स-रे,पूरी जानकारी इस एपिसोड मेंl