गोवा का प्रसिद्ध दूधसागर झरना , गोवा के चार संरक्षित वन्यजीव अभ्यारणों में से सबसे बड़ा- भगवान महावीर वन्यजीव अभ्यारण

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28 मई 2022/ जयेष्ठ कृष्णा चतुर्दशी /चैनल महालक्ष्मी और सांध्य महालक्ष्मी/

आपने गोवा के प्रसिद्ध दूधसागर का नाम सुना होगा, यह बहुप्रचलित स्थान हम जैन के तीर्थक्षेत्र का एक भाग ही है, आइये जानते हैं, इस स्थान के बारे में —
भगवान महावीर वन्य जीवन अभयारण्य पणजी राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 4B से 26.1 किमी की दूरी पर स्थित है।

भगवान महावीर वन्यजीव अभ्यारण गोवा की राजधानी पणजी और बेलगाम के बीच से होकर जाने वाली सड़क पर स्थित हैं। भगवान महावीर वाइल्डलाइफ सैंक्चुरी एक संरक्षित प्राकृतिक स्थान है जो लगभग 40 वर्ग मील के क्षेत्र में फैला हुआ हैं। यहां भगवान महावीर की काले पत्थर में मनोहारी प्रतिमा जी विराजमान हैं ।

अभ्यारण के ग्रीन जोन में पश्चिमी तट, नम पर्णपाती वन, अर्ध सदाबहार वन और उष्णकटिबंधीय सदाबहार वन शामिल हैं। इन्ही वनों में यहां रहने वाले पक्षियों और जानवरों के लिए आवास स्थान हैं।

गोवा का प्रसिद्ध दूधसागर झरना भी भगवान महावीर वाइल्डलाइफ सैंक्चुरी के अंदर ही स्थित हैं। यह वन्यजीव अभ्यारण धनगर समुदाय का आवास स्थान हैं और इसमें कदंब वंश के द्वारा बनबाया गया एक आकर्षित मंदिर भी है।

यह एक संरक्षित क्षेत्र जिसमे सन्गुम तालुका में मोल्लेम नेशन पार्क भी स्थित हैं, जोकि गोवा के चार संरक्षित वन्यजीव अभ्यारणों में से सबसे बड़ा हैं। यहां कई जैन प्रतिमाएं होने की संभावना है ।

मोल्लेम राष्ट्रीय उद्यान कर्नाटक के साथ पूर्वी सीमा पर संगेम तालुक, गोवा में दक्षिण भारत के पश्चिमी घाट में स्थित १०७ वर्ग किलोमीटर का एक राष्ट्रीय उद्यान है। यह क्षेत्र मोलेम शहर के पास स्थित है और गोवा राज्य की राजधानी पणजी के पूर्व ५७ किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।

भगवान महावीर अभयारण्य के साथ मिलकर इसका क्षेत्रफल २४० वर्ग किलोमीटर बन जाता है।