27 मई 2022/ जयेष्ठ कृष्णा दवादिशि /चैनल महालक्ष्मी और सांध्य महालक्ष्मी/
25 मई को वात्सल्य वारिधि पंचम पट्टा धीश आचार्य श्री वर्द्धमान सागर जी के धार प्रवेश के बाद 28 मई को प्रातः विहार होगा
धार में श्री शांति नाथ मंदिर के दर्शन प्रवचन के बाद भोज शाला का निरीक्षण किया भोज शाला में दिगम्बर आचार्य श्री मानतुंगाचार्य जी को राजा ने 48 कोठरी कमरों में ताला लगाकर बंद किया था
तब श्री मान तुंग स्वामी ने श्री भक्ताम्बर स्तोत्र की रचना की जैसे जैसे एक एक श्लोक पूर्ण होते गया एक एक ताले टूटते गए
आज वही भक्ताम्बर स्तोत्रपाठ से हीलिंग से अनेक गंभीर रोग ठीक हो रहे है
धार से 3 किलोमीटर दूरी पर श्री मानतुंग गिरी का निर्माण गुजरात केशरी आचार्य श्री भरत सागर जी ने कराया है यहाँ छोटी पहाड़ी पर मात्र 108 सीढ़िया है ऊपर 1008 श्री आदिनाथ भगवान की 21 फ़ीट की खड्गासन प्रतिमा है
पहाड़ी पर ही आचार्य श्री मानतुंग स्वामी का मंदिर भी बनाया गया है
नीचे मंदिर बना है क्षेत्र के पदाधिकारियों अनुसार नीचे मंदिर मे भगवान के मस्तक के पीछे ॐ की आकृति उभर आई यह अतिशय बहुत ने देखा है
अभी 3 माह पूर्व 20 किलोमीटर दूर एक ग्राम बिजूर में श्री आदिनाथ भगवान की प्रतिमा पर प्रशस्ति बैशाख सुदी 10 विक्रम संवत 1267 अंकित है
वर्तमान में आचार्य श्री भरत सागर जी की शिष्या क्षुल्लिका श्री चंद्र मति माताजी के निर्देशन में निर्माण कार्य प्रगति पर है,नीचे बहुत बड़े हॉल में आचार्य श्री भरत सागर जी का गुरु मंदिर बनाया गया है
राजेश पंचोलिया इंदौर