13 मई 2022/ बैसाख शुक्ल द्वादस /चैनल महालक्ष्मीऔर सांध्य महालक्ष्मी/
12 मई 2022 को तपस्वी मुनि श्री अनुत्तर सागर जी महाराज जी चारित्र शुद्धि ब्रत के 1234 उपवास पूर्ण होने पर मंगल पारणा हुई
इतनी भीषण तेज गर्मी में हर दिन 20 से 25km विहार उसके साथ 2 उपवास ओर 1 आहार कभी 3 उपवास 1 आहार
धन्य है निर्ग्रन्थ योगी ओर उनकी चर्या
ऐसे ही एक तपस्वी साधक है आचार्य श्री विशुद्धसागर जी महाराज के महातपस्वी शिष्य मुनि श्री अनुत्तर सागर जी महाराज
अक्षय तृतीया के पावन दिन पर महातपस्वी मुनि श्री अनुत्तर सागर जी ने 1008 उपवास का एवं 48 दिन का मौन लिया।
आपके अभी चारित्र शुद्धि व्रत के 1234 उपवास चल रहे जो 11 तारिक को पूर्ण हुए
12 मई 2022 को छत्तरपुर में महापारणा सम्पन्न हुई
धन्य है ऐसे योगी ओर उनकी साधना को कोटिसः नमन
यह अपना पूण्य है कि चतुर्थ काल जैसी साधना बाले योगियों के दर्शन इस पंचमकाल में हो रहे है
अभी तक आप ने
चौसठ ऋद्धि व्रत के 64 उपवास
तपशुद्धि के 78 उपवास
दुःखहरण के 68 उपवास
सुख कारण के 68 उपवास
सर्वतोभद्र के 75 उपवास
शांतकुंभ के 45 उपवास
नवकार के 35 उपवास
ब्रजमध्य के 29 उपवास
नक्षत्रमाला के 27 उपवास
भावनाविधि के 25 उपवास
पञ्चविंशति कल्याणमाला के 25 उपवास
दर्शन विशुद्धि के 24 उपवास
दीपमालिका के 24 उपवास
तपोरुजलि के 24 उपवास
तीर्थंकर व्रत के 24 उपवास
बारह बिजोरा के 24 उपवास सम्यक्त्व चतुर्विंशति के 24
समवसरण के 24 उपवास
*आदि कई तरह के व्रत विधि पूर्वक पूर्ण कर चुके है। आपके चारित्र शुद्धिव्रत के 1100 उपवास निर्जन हो गए तथा 134 बाकि जो कुछ ही समय मे पूर्ण हो जाएंगे आपका 22 मई 2022 तक मौन है।
– वैभव बड़ामलहरा