जमनालाल जैन हपावत, श्री दिगंबर जैन ग्लोबल महासभा श्री निर्मल कुमार जी सेठी मेमोरियल अवॉर्ड से सम्मानित

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27 अप्रैल 2022/ बैसाख कृष्णा दवादिशि /चैनल महालक्ष्मीऔर सांध्य महालक्ष्मी/

आज ही के दिन स्व: श्री निर्मल कुमार सेठी जी ने इस दुनिया से विदा ली थी, आज उनकी पुण्यस्मरण तिथि है हम उस महान इंसान को याद करते है, जिन्होंने सदैव जैन समाज को नई दिशा दिखाई व् पूरी ज़िन्दगी जैन समाज के उत्थान के लिए समर्पित कर दी।
आज आप भले ही हमारे बीच नहीं है लेकिन आप सदैव हमारे प्रेरणास्रोत रहेंगे।

आपने दिगंबर जैन मुनियों की पैदल बिहार की व्यवस्थाओं में अग्रसर रहते थे जैन मंदिरों की की देखरेख व्यवस्थाओं में की देखरेख में मानव कल्याण की दिशा निर्देश एवं गरीब अनाथ बच्चों को पढ़ने के लिए सदेव छात्र वह छात्राओं को अपनी तरफ से योगदान देने में में आपने अग्रसर सेवा भावना आप में कूट-कूट कर भरी थी
देश विदेश में जितनी जैन मंदिर, मूर्ति, पुरातत्व की खोज और जानकारी ऊंन्हे थी,आज किसी के पास नही।उन्होंने जैन पुरातत्व को सुरिक्षत रखने के लिऐ तन,मन, धन से किया वह स्वर्ण अक्षरों में लिखने लायक है। शायद ही किसी अन्य को जैन पुरातत्व का इतना ज्ञान हो, में खजुराहो जी से जुड़ा रहा,उनसे चर्चा होती थी,उनका मार्गदर्सन मिलता था।वह जैन पुरातत्व के लिये सदैव चिंतित रहते थे।
अपने इस जैनत्व अहिँसा ग्रुप के संस्थापन दिन से अपने अंतिम समय तक, वरिष्ठ साथी के रूप में जुड़े रहे,समय समय पर ग्रुप में थोड़ा बहुत लिखते भी थे,
आज जैन समाज नेतृत्व विहीन हो गया, एक भी माननीय नही दिखते जो उनकी जगह ले सके, वह निडरता,निष्पक्षता,सत्य निष्ठा से धर्म समाज हित में निर्णय लेते थे। आज ऐसा नेतृत्व दूर दूर तक नही दिखता।
कुछ लोग अपनी छाप इस तरह छोड़ जाते हैं,
कि दुनिया से जाने के बाद भी अमर हो जाते हैं।

श्री निर्मल कुमार जी सेठी की आज प्रथम पुण्यतिथि के अवसर पर उनके परिवार भाई बहन सुपुत्र धर्मेंद्र जी व सेठी ट्रस्ट ने दिल्ली में विनयांजली सभा रखी गई जिसमें रविंद्र कीर्ति जी स्वामी के साथ पूरे देश के जैन समाज के विद्वान प्रतिष्ठित महानुभावों ने आकर सेठी जी ने जो ४० साल तक जैन धर्म व समाज सेवा की उनका गुणगान गाया । ऐसे महामानव बिरले ही पैदा होते हैं जैन समाज उनके उपकार को नहीं भुल सकता है ।

जमनालाल जैन हपावत, श्री दिगंबर जैन ग्लोबल महासभा द्वारा महासभा व धर्म व समाज के हित में किए जा रहे कार्यों को देखते हुए जमनालाल जैन हपावत को मंच में बुलाकर श्री निर्मल कुमार जी सेठी मेमोरियल अवॉर्ड से सम्मानित किया व दो लाख की राशी प्रदान की गई, जमनालाल जैन हपावत ने मंच से घोषणा की कि इस राशी में मेरे खुद के तीन लाख जोडकर पाँच लाख की राशि दान में दे रहा हूँ

‘निर्मल’ मन
‘निर्मल’ आचार
‘निर्मल’ विचार
‘निर्मल’ व्यवहार

नामानुरूप जिनके हर आत्म प्रदेश में था निर्मलता का वास
जिनधर्म प्रभावना का ‘निर्मल’ अचूक मन्त्र था जिनके पास
आज वो स्मृति में ही हमारे पास शेष है
पर उनका पूण्य स्मरण ऊर्जा देता विशेष है

चैनल महालक्ष्मी और सांध्य महालक्ष्मी अपनी भावभीनी श्रद्धांजली अर्पित करता है।